
▪️जम्मू काश्मीर में जांजगीर चांपा के 68 मजदूर, बन्धक
―नितिन कुमार भांडेकर। प्रधानसंपादक (छत्तीसगढ़)(9589050550)
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बाहर काम करने वाले प्रवासी मजदूरों का हाल बेहाल होता जा रहा है। अभी भी बड़ी संख्या में लोग दूसरे राज्यों में बन्धक बनकर फंसे हुए हैं। ऐसा हम इस लिए कह रहे हैं कि अभी अभी हमें बिलासपुर हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजेश मिश्रा के माध्यम से यह जानकारी प्राप्त हुई है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के जांजगीर चांपा जिले के 68 मजदूरों को जम्मू काश्मिर में बंधक बना लिया गया है। मीडिया के संज्ञान में लाते हुए बिलासपुर हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजेश मिश्रा के द्वारा सियासत राजनीति के संपादक नितिन भांडेकर से दूरसंचार के माध्यम से गुरुवार मध्यरात्रि को यह जानकारी दी गयी। जहां श्री मिश्रा के द्वारा मोबाइल फोन पे काश्मीर में बंधक बने एक मजदूर से कॉल के द्वारा फोन कॉन्फ्रेसिंग करके बात करवाया गया। मजदूर द्वारा बताया गया कि जम्मुकाशमीर में किसी ठेकेदार के चंगुल में करीबन ढाई महीने से 68 लोग बन्धक बनकर फंसे हुए हैं। जिस मजदूर से हमारी बात हो रही थी वह अपना नाम खगेश्वर ढीमर (गोलू) बता रहा था।
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▪️जांजगीर-चांपा जिले से हैं बन्धक 68 मजदूर―
जहां पर मजदूर द्वारा बताया गया कि जम्मु काश्मीर के एक ग्राम में जांजगीर चांपा जिले के 68 मजदूर एकसाथ ठेकेदार (जमादार) के चंगुल में फंसे हुए हैं। ईंट निर्माण कार्य में लगे इन 68 मजदूरों को बिना इनकी मजदूरी दिए इनके साथ ठेकेदार द्वारा मजदूरी की राशि मांगने पर मारपीट किया जा रहा । काश्मीर में बंधक 68 मजदूर में से खगेश्वर ढीमर ने हाईकोर्ट अधिवक्ता राजेश मिश्रा से मदद की गुहार लगाई है। साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार एवं केंद्र सरकार के प्रधानमंत्री , रक्षा मंत्री मदद की गुहार लगाते हुए जल्द से जल्द सहायता पहुंचाने की हाथ जोड़कर निवेदन किया है। फिलहाल उनके और अन्य लोगों के पास अब दो जून की रोटी के लिए न तो पैसे बचे हैं, और न ही , घर लौटने का कोई साधन है।
▪️अधिवक्ता श्री मिश्रा एवं संपादक के साथ खगेश्वर ढीमर की बातचीत―
हाईकोर्ट अधिवक्ता राजेश मिश्रा से खगेश्वर ढीमर ने बात करते हुए बताया कि हम सब लोग पहाड़ी में फंसे हुए हैं। श्री मिश्रा द्वारा मजदूर की कैसी स्थिति है ,यह पूछा गया। जिसके जवाब में मजदुर खगेश्वर ढीमर ने बताया की हम लोग ढाई महीनों से बहुत परेशान हैं। हम लोगों को खर्चा पानी (रुपये- खाना) जमादार (मालिक – ठेकेदार ) नहीं दे रहे हैं। यहाँ तक के पीने का पानी भी नहीं दिया जा रहा है। आपको बता दें कि ये सभी 68 मजदूर इस वख्त जम्मू काश्मीर में किसी नजीरा एवं सबिरा के यहाँ बंधक बन चुके हैं। ये सभी बन्धक मजदूर जांजगीर चांपा जिला के ग्राम चांपा कुरदा , खैरा , भठली , शेमरिया, कन्नौज , ग्राम के आसपास के ग्राम से हैं । ढाई महीने पूर्व अश्विनी साहू नाम के जमादार (ठेकेदार) के माध्यम से जांजगीर चांपा जिले के ये सभी 68 मजदूर दूसरे राज्य (जम्मू काश्मीर) कार्य करने के लिए गए थे। जहां जम्मू – कश्मीर के बडगाम जिले के चरण गांव में कोई नजीरा और सबीरा नाम के यहाँ पहाड़ी में ईंट बनाने का काम कर रहे हैं। जहां पर इन्हें तरह तरह की यातनाएँ दी जा रही है। साथ ही मजदूरी मांगने पर इनके साथ अब मारपीट किया जा रहा है। आलम यह है कि दो वख्त की दाने पानी के लिए ये सभी मजदूर तरस रहे हैं। जैसे तैसे इनकी फरियाद बिलासपुर हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजेश मिश्रा तक पहुंची। बंधक बनाए गए मजदूरों ने श्री मिश्रा को फोन पर बताया कि हम लोगों के पास अब खाने के लिए कुछ भी नहीं है। कुछ दिन किसी तरह बचे पैसों से भोजन की व्यवस्था होता रहा है। मगर अब किसी के पास एक भी पैसे नहीं बचे हैं। यहां पैसे या खाना देने की मांग किया जाता है तो गाली गलौज कर इनसे मारपीट किया जा रहा है। खाना की बात तो दूर अब इन्हे पानी के लिए भी तरसना पड़ रहा है। आगे गोलू कहता है कि समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करें। कई लोगों की तो तबीयत भी बिगड़ने लगी है। पानी पीने के लिए हमें कई कोस दूर जाना पड़ रहा है।
▪️राजेश मिश्रा ने दिया बन्धक मजदूर को जल्द ही मदद करवाने का आश्वासन―
हाईकोर्ट बिलासपुर के अधिवक्ता राजेश मिश्रा ने आज गुरुवार को मीडिया से चर्चा के दैरान बताया कि बन्धक बनाये मजदूरों से उनके द्वारा संपर्क किया गया है जहां उनकी मदद करवाने का भरपूर आश्वासन दिया गया है। श्री मिश्रा अतिशीघ्र ही जिला प्रशासन सहित छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से मिलकर इनकी मदद करने हेतु निवेदन करने की बात कह रहे है। आगे इन्होंने बंधक मजदूर को धैर्य रखने को कहा है। वह जल्द ही उन्हें छत्तीसगढ़ लाने हेतु छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार के मुखिया से बात करेंगे।