
खैरागढ़ नगर पालिका सी एम ओ सिमा बख्शी आखिर 93.00 लाख का प्लेसमेंट टेंडर, किसे देने की फिराक में है।
◼️ठेकेदारों पर मेहरबान नगर पालिका के अफसर, चहेतों को काम देने जोड़ी टेंडर में अनावश्यक शर्तें, जानिए क्या है मामला।
◼️ विधायक प्रतिनिधि शिरीष मिश्रा करेंगे खैरागढ़ विधायक सहित उच्च अधिकारी से शिकायत ! सीएमओ द्वारा चहेते ठेकेदार को लाभ पहुंचाने टेंडर में क्यों जोड़ा गया अनावश्यक नियम ।
खैरागढ़। प्रदेश में सरकार बदलने का असर सरकारी प्रक्रिया में देखने को नहीं मिल रहा है। छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की सरकार अब लगता है कि भ्रष्ट अधिकारियों के सामने घुटने टेक चुकी है। क्योंकि हालात यह है कि नगर पालिका अधिकारी अपने चहेते ठेकेदारों को ठेका दिलवाने के लिए खुलेआम टेंडर की शर्तों में मनमाफिक संशोधन कर , निर्धारित समयावधि में प्रकाशन न कर , नियम कानून में फेरबदल कर नियम की धज्जियां उड़ा रहे हैं। अधिकारियों द्वारा अपने पद का दुरुपयोग कर उलूल जुलूल नियम एवं शर्त जारी निविदा में जोड़कर शासन की किरकिरी करने में एक भी अवसर नहीं छोड़ रहे हैं। आखिर सबंधित विभाग के अधिकारी क्या साबित करना चाहते हैं । ये समझ से परेय है , पाठकों को बता दें कि ये सब कारनामें विभागीय मंत्री के नाक के नीचे हो रही है जिसकी जरा भी भनक नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया जी तक को नहीं है। ख़ैर…..
◆ऐसे किया गोलमाल:― प्लेसमेंट के तहत कार्य करने के लिए करीब 93 लाख रुपए का काम खैरागढ़ नगरपालिका द्वारा तैयार किया गया हौ जिसमें पालिका के अफसरों ने सांठगांठ कर अपने चहेते ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिये जारी दिनांक में टेंडर को हाइड कर दिया था । उक्त गोलमाल की भनक जब सियासत न्यूज़ को लगी , जिसके बाद सियासत न्यूज़ ने उक्त मामले की सूचना उच्च अधिकारियों को दी जिसके बाद जारी टेंडर की तिथि बड़ाई गयी । अधिकारियों से कड़ी फटकार मिलने के बाउजूद भी सी एम ओ द्वारा जारी निविदा का नियत समयावधि में प्रकाशन तक नहीं करवाया गया जिस फिर पुनः सियासत न्यूज़ ने उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत की जिस पर तीसरी बार तिथि बढ़ाया गया जहां पर जारी निविदा में सी एम ओ द्वारा पुनः अपने पद का दुरुपयोग कर अनावश्यक नियम एवं शर्त जोड़कर अनिवार्य शर्त के 13 वा बिंदु में लागु कर दिया।
अधिकारियों द्वारा अपने चहेते ठेकेदार को काम देने के लिए अनावश्यक नियम व शर्त लगा तो दिया गया है किंतु इनके अनावश्यक शर्त और नियम के कारण शासन व उच्च अधिकारी बेवजह बदनाम बदनाम होते हैं। पूरे जारी निविदा में नपा सीएमओ सिमा बख्शी अपनी मनमानी करते साफ तौर पर दिख रही हैं।
◆गोलमाल करने यहां जोड़ी अनिवार्य शर्त :― विश्वस्त सूत्रों की माने तो अपने चहेते ठेकेदार को टेंडर देने के उद्देश्य से यहाँ के स्थानीय ठेकेदारों को निविदा में भाग न लेने की भी सलाह अधिकारी द्वारा देते हुए मना कर दिया है। तथा उक्त टेंडर में एकमात्र ठेकेदार को फायदा पहुंचाने की काफी जीतोड़ मेहनत की जा रही है। जहां पर चित्रगुप्त से भी ज्यादा बुद्धिमत्ता अधिकारी द्वारा दिखाई जा रही है। उक्त निविदा में अनिवार्य रूप से नियम एवं शर्ते दी गई है जिसमें 1 से 13 , 15 ,16 तक कि शर्त निर्धारित है जिसमें 13 वाँ शर्त मनमाफिक है । इसका नतीजन अब यह हो रहा है कि जहां स्थानीय ठेकेदार उक्त टेंडर प्रक्रिया से अनिवार्य योग्यता (13) की शर्तों के कारण बाहर हो सकते हैं।
■सियासत न्यूज़ के हस्तक्षेप के बाद जारी निविदा तिथी में दो बार लाई गई अमेंडेट:―
टेंडर प्रक्रिया का पत्र जारी होते ही पालिका विभाग खैरागढ़ में चहेतों को टेंडर देने के लिए कारपेट बिछाने शुरू कर दिया गया। नतीजा यह हुआ कि टेंडर प्रक्रिया में गुपचुप तरीके से बदलाव की शुरुआत भी कर दी गई। नईदुनिया अखबार में प्रकाशन के बाद अब हरिभूमि अखबार में भी प्रकाशन करवाया गया जहां पर त्रुटि वश नियत समयावधि में प्रकाशन न होने का हवाला देते हुए उक्त टेंडर की तिथि 1 मार्च तक बड़ा दी गयी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार खैरागढ़ नगर पालिका के मुख्यनगरपालिका अधिकारी सीमा बख्शी ने 17 दिसंबर 2020 को प्लेसमेंट कार्य कराए जाने के लिए पत्र जारी किया। जबकि 6 जनवरी 2021 डॉक्यूमेंट डाउनलोड की अंतिम तिथि निर्धारित की गई थी।
7 फरवरी 2020 को पालिका खैरागढ़ के सी एम ओ ने पत्रांक संख्या 654/लो.नी. वी./न.पा.प./2020 सूचना संख्या- पृष्ठ क्रमांक 655/लो.नी. वी./न.पा.प./ 2020–21 के तहत पूर्व में जारी निविदा सूचना में संशोधन के लिए एक शुद्धि पत्र जारी किया। इस पत्र के जरिये पूरी निविदा प्रक्रिया को मनमाफिक रूप से संशोधन कर डाला गया है।
टेंडर लेने के इच्छुक ठेकेदार एवं यहां तक कि नगरीय प्रशासन के संचालक के उच्च अधिकारियों तक को इसकी ख़बर नहीं है। हैरत की बात तो यह है कि उक्त विभाग द्वारा e टेंडरिंग प्रकिया में किये गए बदलाव के संबंध में जारी किए जाने वाले पत्र में 1 से 13 ,14,15शर्त अंग्रेजी में हैं एवं इसके बाद 26 तक हिंदी में है जिसका प्रकाशन किसी भी समाचार पत्र में नहीं कराया गया था। सियासत न्यूज़ के हस्तक्षेप के बाद उच्च अधिकारियों द्वारा सिमा बक्शी सी एम ओ को कड़ी फटकार मिलने के बाद हरिभूमि में सिर्फ निविदा का ही प्रकाशन करवाया गया जिसमें उपरोक्त निविदा में नियम एवं शर्ते लागू कर 1 मार्च तक बड़ा दिया गया है।
◆टेंडर में यहां रखी अनावश्यक शर्त :- टेंडर- 71132 नंबर में पालिका में 93.00 लाख के निविदा प्लेसमेंट जारी किया गया था। टेंडर लगा- 17 दिसंबर को , जहाँ पर दो तिथि बड़ाई गई । विभागीय जारी निविदा लिंक हाइड होने पर 15 दिन तथा इसके बाद नियत समय अवधि में अखबारों में प्रकाशन नहीं किये जाने पर।
अंतिम तारीख- 01/03/2021 मार्च , खुलेगा- 02/03/2021 मार्च
चहेतों को लाभ पहुंचाने की मंशा से एक सूत्रीय कार्यक्रम पर लगे खैरागढ़ सी एम ओ ने खुलेआम मनमानी करते हुए पूर्व में जारी शर्तों में बिंदु 13 में बदलाव किया है। जिसमें एक वर्ष का श्रमिक पी एफ पंजीकरण प्रमाण पत्र मांग किया गया है। नगरपालिका ने यह परिवर्तन तब किया जबकि उक्त निविदा में इस प्रकार के पंजीकरण प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं होती है। ए, बी ,सी प्लस प्रमाण पत्र निर्माण कार्यों एवं प्लेसमेंट कार्य के लिए आवश्यक माना जाता है। जबकि ए , बी , सी क्लास में पंजीकृत ठेकेदार उक्त कार्य हेतु आहर्ता रखते हैं परंतु खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रही खैरागढ़ सी एम ओ नियम एवं शर्तों को बदल कर ठेकेदार को लाभ पहुंचाने आमदा दिख रही हैं। अपने चहेते ठेकेदार को काम देने के लिए मनचाही शर्तें लगाने और हटाने का खेल खेल रही हैं।। बताया जाता है कि स्थानीय ठेकेदारों को पूरी प्रक्रिया से बाहर कर चहेते को ठेका देने की मंशा बना चुके नगरपालिका खैरागढ़ की सी एम ओ सिमा बख्शी इस प्रकार ठेके की शर्तों में नियम जोड़ने बदलने लगे हैं जैसे गाडी के गियर।
●नोट-【उक्त टेंडर में पिछले एक वर्ष के कर्मचारी भविष्य निधि संगठन और राज्य कर्मचारी बीमा निगम में जमा सभी कर्मचारी (न्यूनतम -50) (1 वर्ष) को अनिवार्य किया गया है।】
– मैं दिखवा लेती हूँ आप जो बता रहे हैं उस पर ……. ★सीमा बख्शी (सी एम ओ) नगर पालिका खैरागढ़★
यह सीधे तौर पर घोटाला है। । टेंडर में मनमानी शर्तें लगाना और सांठगांठ कर उसे जारी करने का खेल पालिका के अफसर खेल रहे हैं। यह भी सीधे तौर पर घोटाला है, जिसमें दोषी अफसरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
★रामाधार रजक खैरागढ़ नगर पालिका उपाध्यक्ष (बी जे पी)★
यह तो गलत है , अगर जारी निविदा में अनावश्यक नियम जोड़ा गया है तो यह सीधे तौर पर गलत है। इस मामले में अफसरों से जवाब मांगेंगे, जो भी लोग इसमें सांठगांठ कर रहे हैं, उनके खिलाफ शख्त कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारी को शिकायत की जाएगी।
★शिरीष मिश्रा, विधायक प्रतिनिधि (जे.जे.सी) नगर पालिका खैरागढ़★