*◼️Big breaking षड्यंत्र का खुलासा (खैरागढ़) : षड्यंत्र तो भाजपा के विनय देवांगन कर रहे हैं। श्रीमान विक्रांत सिंह जी काँग्रेश पार्टी नहीं।*
◼️भाजपाई दावेदार का नाम मतदाता सूची से गायब हुआ है तो , अच्छा ही तो हुवा है न। क्योंकि मतदाता सूची में नाम सिर्फ एक स्थान से होता है दो स्थान से नहीं।
*◼️ग्राम पंचायत पांडादाह के मतदाता सूची में भी है इनका नाम , और कई वर्षों से पांडादाह डोंगरगढ़ विधानसभा से मतदान कर रहे हैं विनय देवांगन और इनकी पत्नी जी।*W
खैरागढ़। नगर पालिका चुनाव को लेकर तैयार की जा रही मतदाता सूची कोई विवादों में नहीं है। बुधवार को जो बड़ा खुलासा करने का दावा कर रहे हैं वो सब भाजपाईयों का राजनीतिक स्टंट है जो पिछले 15 सालों तक करते आ रही है। क्योंकि दाऊचौरा वार्ड-17 के निवर्तमान पार्षद और दावेदार विनय देवांगन का विलोपित नामों की सूची में खुद का नाम पाना लाजमी है । अब वो कहीं भी शिकायत कर ले चाहे तहसीलदार से या राज्य निर्वाचन आयोग से विनय देवांगन जी को पहले ही सोचना था कि मुझे खैरागढ़ से चुनाव लड़ना है तो ग्राम पंचायत पांडादाह से नाम पहले ही विलोपित करवा लूं। इन्हें ये सब पहले कर लेना था किंतु उन्होंने दोनों जगहों से राजनीतिक लाभ लेने के चलते दोनो जगहों से खैरागढ़ एवं पांडादाह में मतदाता सूची में नाम जोड़वाये रखा है। इससे स्पस्ट होता है कि कौन षड्यंत्र कर रहा है । हम यूं ही इन पर आरोप नहीं लगा रहे हैं हमारे सियासत न्यूज़ के पास इस मामले की पूरी दस्तावेज है । जिससे यह साबित होता है कि विनय देवांगन जी का नाम ग्राम पांडादाह के मतदाता सूची में नाम है। भाजपाइयों को शायद ये ख़बर अच्छी न लगे किंतु यही सत्य है जब नियम कानून की दुहाई देवे तो स्वयं के दामन को जरूर देख लें कहीं दाग है तो नहीं।
◼️अब दबाव कौन बना रहा है ये खैरागढ़ की जनता इस खबर को पड़ कर अंदाजा लगा लेगी।
◼️…और कुछ तो नहीं चल रहा? विक्रांत ने तहसीदार से सीधे सवाल किया कि इस तरह का और कुछ भी चल रहा है क्या? आप लोगों पर किसी तरह का कोई दबाव तो नहीं?◼️
◼️अब तो किसी एक जगह आप विलोपित करने दे दो आवेदन विनय देवांगन जी ।
विनय देवांगन बता रहे थे कि उन्होंने नीता पति रामगोपाल शर्मा का नाम विलाेपित करने के लिए निर्धारित फार्म भरा था, जो पिछले आठ सालों से उस वार्ड में नहीं रहीं। उसकी जगह में प्रशासन ने उनका ही नाम विलोपित कर दिया। प्रशासन अनजाने में ही सही पर कोई गलत काम नहीं किया था। पिछले कई वर्षों से विनय देवांगन एवं इनके पत्नी का नाम पांडादाह के मतदाता सूची में दर्ज है। अब जब खैरागढ़ से आगामी चुनाव में दावेदारी कर रहे हैं तो जाहिर सी बात है खैरागढ़ की मतदाता सूची में भी नाम होगा।
◼️एक साल की सजा या जुर्माना हो सकता पुष्टि होने पर :― अधिकतर मतदाताओं को शायद मालूम नहीं है कि दो स्थानों पर वोटर लिस्ट में नाम होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है और उन पर जुर्माना लगाया जा सकता है। राज्य निर्वाचन आयोग ने वोटरों को यह बात बताने के लिए अभियान चलाने का निर्णय लिया है।
◼️हानि दो जगहों से मतदाता सूची में नाम होने पर:― अधिकारियों के मुताबिक, मतदाताओं की इस लापरवाही से कई तरह की समस्याएं आती हैं और अक्सर मतदान से सम्बंधित आंकड़े सटीक नहीं आ पाते. दो स्थानों पर नाम होने से फर्जी मतदान की संभावना भी बनी रहती है.
*◼️क्या नियम एवं दंड उलंघन करने पर:― जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 51 के तहत दो स्थानों पर मतदाता सूची में नाम होने की स्थिति में सम्बंधित व्यक्ति के खिलाफ निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (सामान्यतया एसडीएम) द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई जा सकती है. जुर्माने के साथ-साथ एक वर्ष तक की सजा का प्रावधान है.