व्यंग्य: मोहतरमा बदनाम हो गई, भ्रस्टाचार के चर्चे सरेआम हो गई।
नितिन कुमार भांडेकर▪️ एक खबर आई कि मोहतरमा के कारनामों को लेकर इन दिनों शहर में काफी चर्चे अब अपनी हरकतों को लेकर बदनाम भी हो गई। खैर बहरहाल आजकल इनके घूसखोरी को लेकर बड़े चर्चे हैं जो सरेआम हो गई है। हमने पूछा-चाचा मोहतरमा जहां भी जाएगी , लगता अपना नाम रौशन जरूर करेंगी क्या? चाचा बोले-भतीजे प्रशासनिक ढांचे में ढलकर अफसर तैयार होता है अफसर आता है, चला जाता है किन्तु अफसर मरता नहीं, जिस तरह शरीर के त्याग दिए जाने पर भी आत्मा नहीं मरती, ठीक उसी तरह कुर्सियां बदलती हैं, अफसर की अफ़सरी वही रहती है। ये अफसर भी बिल्कुल उसी तरह का जीव है। कुर्सी बदल जाएगी लेकिन इनके कार्य और घूस लेने की आदत नहीं जाएगी। ये मोहतरमा पहले सेविंग फंड की बंदरबांट करके विभाग और कंज्यूमर को खूब चुना लगाती रही हैं। अब डिमांड राशि के नाम पर काफी गोलमाल कर कंज्यूमर के हर मामले में रुपयों के साथ साथ अब खूब सुर्खियां भी बटोर रही है। फिलहाल जिम्मेदार पद पर बैठकर बड़ा झोल झाल कर रही है। जब-जब बारिश का समय आता है मोहतरमा का भी वक्त बदल जाता है। खुलकर घूस लिया जाता है। शिकायत वाले मामले में तो इनकी डिमांड पांच से दस गुनी तक हो जाती है। कोई कितना भी रोए धोए … मोहतरमा अपनी जुबान से टस के मस नहीं होती है। आखिरकार ऊपर में बैठे सरपरस्त साहब को भी तो खुश करना पड़ता है न! तब जाकर ही बात बनती है। हमने पूछा -चाचा सुनने में आ रहा है मोहतरमा स्टाइलिस्ट के साथ साथ घूमने फिरने की भी प्रेमी है? चाचा बोले- भतीजे मोहतरमा इतने बड़े स्टाइलिस्ट प्रेमी है। अगर वो एक साल तक अपना स्टाइलिश शौक न करे तो भी लोग उनको देखकर यही कहेंगे मोहतरमा स्टाइलिश है। ठीक है चाचू – वेरिफाइड कराते हैं कंज्यूमरों से….