नितिन कुमार भांडेकर : व्यंग्य संपादक
एक खबर आई कि सड़क पर नेता उतर चुके हैं। हमने पूछा – चाचा अच्छा बात है कोई भी उतरे क्या दिक्कत है? चाचा बोले-भतीजे सड़क का मामला अखबारों की सुर्खियां बना हुआ है तो सोशल मीडिया में नेता जाग गए हैं। अब अपनी राजनीति चमकाने सड़क पर उतर रहे हैं। जिससे उनको पब्लिसिटी मिल जाये। हमने बोला-चाचा अच्छी बात है कम से कम सड़क तो बन जायेगा। क्या दिक्कत है? चाचा बोले- भतीजे दिक्कत यह है उन नेताओं को सड़क के गड्ढे भरने या सड़क बनने से कोई लेना देना नहीं है। उन्हें तो बस अपनी राजनीति चमकानी है। ये ठुल्ले नेता केवल सोशल मीडिया में छाने वाले हैं। जमीनी नेता जमीनदोज हो चुके हैं। हमने पूछा -चाचा वर्तमान दौर में जमीनी नेता कौन है? केवल सोशल मीडिया नेता ही देखने को मिल रहे हैं। चाचा बोले- भतीजे यही तो देश और नगर का दुर्भाग्य है , किसी को भी जमीनी लड़ाई करने वाला नेता नहीं बनना। सभी फेसबुक, ट्वीटर, वाट्सएप पर नेता बनना चाहते हैं। किसी को भी मेहनत नहीं करना है । बिना मेहनत जनजन का नेता बनना है। हमारे अधूरे सपने लिए नगर रूपी जिले का हाल भी कुछ ऐसा ही है एक भी जमीनी नेता नहीं है सभी सोशल मीडिया में नेता बने हुए है। यहीं वजह है कि जिला तो बनने से रहा नगर बदहाल हो चुका है। हर निर्माण कार्य भ्रष्टाचार कमीशन की भेट चढ़ गया है , तो वर्तमान निर्माण कार्यों में कमीशन लेने लाइन लगी हुई है। अभी सड़क और जिला बनाने का मामला गरमाया हुआ है तो सभी अपनी नेतागिरी झाड़ने मैदान में उतर रहे हैं। हमने पूछा -चाचा जनजागृति ठंडा कैसे पड़ गया? भतीजे कोई 20 वार्ड को लेकर सोशल मीडिया में राजनीति एक्सपर्ट थोड़ी बनता है। अब जैसे भी हो जमाई राजा पंडाल के नीचे कम से कम बैठे हैं। अभी तक….. चाचा क्या हमारा नगर जिला बन पाएगा? भतीजे नगर जिला बने या न बने पर नगर पालिका से नगर पंचायत जरूर बन जायेगा।