कोरोना संक्रमण से एक बन्दी की मौत के बाद, सलोनी उपजेल में अचानक पहुंचे खैरागढ़ SDM निष्ठा पांडेय तिवारी , SDOP जी.सी. पती एवं BMO डॉक्टर विवेक बिसेन।
खैरागढ़ । पिछले कुछ दिनों से खैरागढ़ अनुभाग पे स्थित उपजेल सलोनी में विचाराधीन बंदियों एवं कैदियों में कोराना संक्रामण से संक्रामित होने की निरन्तर जानकारी खैरागढ़ प्रशासन को मिल रही थी जहाँ पर कैदियों के साथ-साथ पांच जेल पहरी भी कोरोना से संक्रमित हो गए थे। इसी दौरान उपजेल में बंद एक कैदी नुकुल निषाद , निवासी मुढ़ीपार , थाना गातापार कोरोना से संक्रमित था जिसकी संक्रामण के कारण मौत हो गई थी । जिसकी खबर मिलते ही खैरागढ़ अनुविभागीय दण्डाधिकारी (SDM) श्रीमति निष्ठा पांडे तिवारी ने उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए दिनांक 06.05.2021 को सलोनी उपजेल में कोविड प्रोटोकॉल के नियम का पालन करते हुए अचानक दल बल के साथ दबीस देकर निरीक्षण किया। जहां पर उन्होंने संक्रमित विचारधिन बंदियों के स्वास्थ्य की जानकारी बन्दीयीं से ली ।
उनके साथ अनुविभागीय पुलिस अधिकारी श्री जी.सी. पति खैरागढ़ , नायब तहसीलदार लीलाधर कंवर , ब्लाक मेडिकल आफिसर विवेक बिसेन , मेडिकल आफिसर पंकज वैष्णव , चौकी प्रभारी जालबांधा हेमंत चंद्राकर भी उप जेल पहुंचे थे जहां पर कोविड नियमों का पालन करते हुए पीपीई किट पहनकर जेलर रेणू धुव्र की उपस्थिती में अलग अलग दो बैरकों में रखे कोरोना संक्रमित बंदियों से मुलाखात कर उनकी कुशलक्षेम पूछा गया । वहीँ स्वास्थ्य विभाग द्धारा सभी का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया । एवं जेल परीसर का मुलाहिजा कर कोविड नियमों का पालन करने शख्त हिदायत देते हुए जायजा लिया गया ।
एसडीएम महोदया द्धारा किचन में अग्नि समन यंत्र लगाने एवं रेत की बाल्टियों में हमेशा रेत भरा रखने हेतु निर्देशीत किया गया साथ ही साथ मेडिसिन रखे हुए कक्ष में उपलब्ध दवाईयों को व्यवस्थित ढंग से रखने के निर्देश भी दिए गए। स्नान स्थान एवं शौचालयों को स्वच्छ रखने तथा सैनिटाइज रखने हेतु आदेशित करते हुए सभी को गरम पानी एवं भांप लेने का निर्देश दिए । उल्लेखनीय है कि वर्तमान समय मे 19 बंदि स्वास्थ्य लाभ हेतु पेन्ड्री कालेज राजनांदगांव में उपचार हेतु भर्ती हैं। जिसमें 58 कैदियों का इलाज उप जेल सलोनी में जारी है ।
एसडीओपी जी सी पति द्धारा जेल परिसर में सुरक्षा जेल पहरी की संख्याओं में तत्काल वृद्धि करने के लिए उपअधीक्षक जेल को कहा गया , ताकि जेल में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने एवं कैदियों को इलाज हेतु भर्ती कराते समय जेल पहरी बल की कमी न हो । साथ ही साथ जेल में लगे सीसीटीवी कैमरा में निरंतर निगाह रखने की समझाइश दिया गया ।