
नायब तहसीलदार मनीषा देवांगन का नियम विपरीत नायाब मौखिक आदेश , अपने ही कर्मचारियों के लिए बन रहा आफ़त।
खैरागढ़ । खैरागढ़ में पदस्थापना के पश्चात से ही सदैव शिकायतों के विवादों से घिरी रहने वाली खैरागढ़ की नायब तहसीलदार मनीषा देवांगन पुनः अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को नियम के विपरीत आज अवकाश के दिन मौखिक आदेश देकर नगर में सुर्खियां बटोर रही हैं।
आपको बता दें कि पिछले दो सप्ताह पूर्व खैरागढ़ तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत अकर्जन में देव सिंह साहू द्वारा ग्राम अकर्जन पे स्थित सरकारी जमीन पर कब्जा कर निर्माण कार्य कराए जाने का मामला सबंधित ग्राम के कुछ ग्रामीणों के द्वारा राजस्व विभाग को लिखित में शिकायत देकर ग्रामीणों के द्वारा अखबारों एवं कई न्यूज़ पोर्टलों में प्रकाशन करवाया गया था।
जबकि दो वर्ष पूर्व ही सबंधित ग्राम पंचायत के लगभग 11 ग्रामीणों पर अन्यक्रान्ति का प्रकरण नायब तहसीलदार के कार्यालय में प्रकरण दर्ज किया गया था । जहां पर नायब तहसील द्वारा कब्जा बेदखली का आदेश पत्र जारी किया गया था ।
फिलहाल देवसिंह साहू द्वारा बरसात लगने के कारण पूर्व से काबिज भूमि पर निर्माण कार्य कराता देख ग्रामीणों के द्वारा इसकी सूचना देते हुए पुनः शिकायत किया गया। जिस पर खैरागढ़ नायब तहसीलदार मनीषा देवांगन ने पुराने बेदखली आदेश पत्र को जारी कर दिया।
क्या है पूरा मामला :―
ग्राम पंचायत अकर्जन में अन्यक्रान्ति की यदि हम बात करें तो करीब दो दर्जन ग्रामीणों के द्वारा सरकारी भूमि पर कब्जा किया गया है। किंतु एक मात्र देवसिंह साहू के पीछे व्यक्तिगत शत्रुता के चलते ग्राम के ही कुछ ग्रामीणों के द्वारा शिकायत करके बेवजह परेशान किया जा रहा है। आपको बता दें कि देवसिंह के विरुद्ध अन्यक्रान्ति किये जाने की शिकायत करने वाले आधे से ज्यादा ग्रामीणों के विरुद्ध अन्यक्रान्ति किये जाने का प्रकरण राजस्व विभाग में दर्ज है।
इन्हें भी तीन दिवस पूर्व बेदखली किये जाने का आदेश पत्र राजस्व विभाग के मालजमदार को पत्र जारी करके भेज दिया गया है। वहीं देवसिंह साहू के द्वारा खैरागढ़ अनुविभागीय अधिकारी के समक्ष उक्त आदेश पत्र के विरुद्ध अपने वकील के माध्य्म से अपील किया था। जिस पर बेदखल किये जाने के आदेश पत्र पर खैरागढ़ प्रभारी एसडीएम ने रोक लगाते हुए आवेदक की अपील स्वीकार कर ली है।
इधर आज दिनाँक को मोहर्रम पर्व के चलते सभी शासकीय कार्यालयों में अवकाश है। नायब तहसीलदार द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए सबंधित ग्राम पंचायत के हल्का पटवारी को न भेजकर अन्य हल्का के छेदीलाल जांगड़े पटवारी को भेजा गया। साथ ही सबंधित राजस्व निरीक्षक को न भेजकर अन्य क्षेत्र के आर आई इंद्रपाल टेकाम को वाट्सप से आदेश देकर अकर्जन में जाकर सबंधित ग्रामीण को बेदखली किये जाने का आदेश दे रही है। जो समझ से बिल्कुल परेय है।
पाठकों को जानकर हैरानी होगी कि कुछ रोज पूर्व ही एसडीएम खैरागढ़ के द्वारा राजस्व निरीक्षक इंद्रपाल टेकाम को एक नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है कि आपके हल्का क्षेत्र न होने के बाउजूद आपके द्वारा अन्य हल्का क्षेत्र का सीमांकन किया गया है। जो कि सिविल सेवा आचरण सहिंता के विरुद्ध है।
कतिपय उक्त क्षेत्र का सीमांकन किये जाने का आरआई को यह आदेश सबंधित विभाग के ही किसी सक्षम अधिकारी ने ही दिया होगा। जिसके बाउजूद एसडीएम खैरागढ़ ने नोटिस जारी कर दी।
खैर… जब खैरागढ़ एसडीएम ने बेदखली पर रोक लगा दी है तो महोदया आज अवकाश दिवस होने के बाउजूद अन्य हल्का के आर आई एवं पटवारी को वाट्सप पर कार्यवाही हेतु मौखिक आदेश देकर बुलावा भेज रही है। इससे तो यही प्रदर्शित होता है कि कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है।
हम तो यही कहेंगे कि दूध का जला छाछ को भी फूंक फूंक कर पिता है। अकर्जन पंचायत के आर आई एवं पटवारी अवकाश पर है । ऐसे में दीगर क्षेत्र के हल्का कर्मचारी मैंडम के आदेश मानकर पुनः अपने ऊपर एसडीएम से पंगा नहीं लेंगे। वहीं मालजमादार द्वारा बेदखली आदेश पत्र की तामीली अवकाश के चलते नहीं किया जा सका है। इधर नायब तहसीलदार का नायाब वाट्सप में मौखिक आदेश देने का तरीका संदिग्ध है। महोदया के द्वारा बाकी अन्यक्रान्ति करने वालों को अभयदान देना एवं एक मात्र ग्रामीण देवसिंह पर अवकाश दिवस में भी सारे नियम कानून तोड़कर बेदखली करने आतुर होना , महोदया की भूमिका पर कई सवाल खड़े कर रहे हैं।
ग्राम पंचायत अकर्जन के सरपंच के द्वारा ग्राम पंचायत के द्वारा आयोजित ग्राम सभा में निर्माण कार्य में अनापत्ति प्रमाण पत्र देते हुए प्रस्ताव पत्र दिया गया है। ग्राम के ही कुछ ग्रामीणों के अनुसार उक्त भूमि पर देवसिंह साहू के तीन पीढ़ियों का कब्जा है। यहाँ के कुछ ग्रामीण अपने व्यक्तिगत शत्रुता एवं आर्थिक लाभ लेने के उद्देश्य से बेवजह देवसिंह साहू को परेशान कर रहे हैं। जबकि शिकायत करने वाले भी नजूल की भूमि पर अतिक्रमण करके बैठे हैं। जहां पर किसी के द्वारा बोर खनन करवाया गया है तो कोई मकान बना लिया है , तो कोई कोठार बना लिया है।
इधर देवसिंह साहू का कहना है कि मैंने बेदखली किये जाने के आदेश पत्र के विरुद्ध रोक लगाए जाने हेतु खैरागढ़ एसडीएम से अपील की थी जो स्वीकार हो गया है। उक्त भूमि पर हमारे परिवार के तीन पीढ़ियों का कब्जा है। मुझे व्यक्तिगत परेशान किया जा रहा है।