नाकामी छिपाने विधायक ले रही लोधी समाज का नाम- हरप्रसाद वर्मा
खैरागढ़। विधायक यशोदा वर्मा पर उपचुनाव जीतने के बाद वादों पर खरा नहीं उतरने और खैरागढ़ विधानसभा में सबसे कमजोर प्रतिनिधि होने का तमगा भाजपा पि.व. जिलाध्यक्ष हरप्रसाद वर्मा ने दिया है। उन्होने कहा कि सवा साल के विधायकी कार्यकाल मे यशोदा वर्मा ने एक भी ऐसा काम नही किया है कि लोग उन्हे बेहतर जनप्रतिनिधि माने। जिलाध्यक्ष हरप्रसाद वर्मा ने कहा कि बीते 20 जुलाई को भाजपा ने विधायक निवास का घेराव कर उनसे चुनाव के दौरान किए वादो को याद दिलाते हुए पूछा है कि आखिर कब तक क्षेत्र की जनता को वो बरगलाएंगी। हरप्रसाद वर्मा ने कहा कि आरोपों का जवाब देने की जगह , विधायक लोधी समाज का सहारा ले रही हैं और कहते फिर रही हैं कि इस घटना से समाज बहुत आहत हुआ है जबकि विधायक बनने के बाद वो किसी एक समाज की प्रतिनिध नहीं बल्कि सर्वहारा समाज की प्रतिनिधि हैं। इसलिए लोधी समाज के आहत होने की बात कहना सिरे से गलत है। पि.व. जिलाध्यक्ष हरप्रसाद वर्मा ने विधायक यशोदा वर्मा से सवाल पूछते हुए कहा कि सवा साल में समाज विकास को लेकर पहले वो उपलब्धि बताए फिर समाज के आहत होने की बात करे। खुद की कमजोरी छिपाने विधायक समाज को याद कर रही है।
बीते दिनो अपने पंद्रह माह बनाम भाजपा के पंद्रह साल को लेकर विधायक यशोदा वर्मा के कथन की निंदा करते हुए हरप्रसाद वर्मा ने कहा कि दूसरे की गलती निकालने की जगह विधायक खुद से पूछे कि उन्होने पंद्रह महीनों में क्या किया। उपचुनाव के दौरान किए गए कितने वादे पूरे हुए है। तहसील बन गया किंतु स्टाफ नदारत है, कालेज खुला पर भवन और शिक्षक नही है, जिला बना लेकिन पूरा विभाग नही खुल पाया। आज भी कलेक्टोरेट मे काम काज आधा अधूरा हो रहा है इसलिए सत्ता सरकार का विधायक होने के नाते उन्हे चाहिए कि समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराने के बाद ही वाहवाही बटोरने का प्रयास करे। निवास घेराव के दौरान भगा गे, भगा गे नारे को लेकर कहा कि सामान्य छत्तीसगढ़ी में भी किसी काम को पूरा नही करने वालो को भी आधा अधूरा काम छोडक़र भगा गे बोला जाता है, भाजपाईयो ने इसी भाव को लेकर नारा लगाया था लेकिन इसका विधायक गलत अर्थ निकाल रही है।