
दस फीसदी कमीशन मे काम नही तो बीस फीसदी की मांग प्रमं आदर्श ग्राम योजना के 40 लाख के काम मे गड़ी नजर
दस फीसदी कमीशन मे काम नही तो बीस फीसदी की मांग
प्रमं आदर्श ग्राम योजना के 40 लाख के काम मे गड़ी नजर,
खैरागढ़। गॉव के विकास और ग्रामीणो को मूलभुत सुविधाओ लाभ देने सरकारी योजनाओ का क्रियांवयन सरपंच सचिव के लिए सिरदर्द साबित हो गया है, बीते साल प्रस्तावित प्रमं आदर्श ग्राम योजना को लेकर ब्लाक के 6 गॉव मे ग्राम विकास योजना की चालीस फीसदी राशि जिपं से ग्राम पंचायत के खाते मे पहुॅच नही पाई है कि कांग्रेसी नेताओ का संबंधित ग्राम पंचायतो मे काम दो नही तो कमीशन दो की धमकी साथ काम हथियाने दबाव बनाना चालू हो गया, कहा काम हमारे आदमी से कराओ तो दस प्रतिशत कमीशन मिलेगा नही कराओगे तो बीस प्रतिशत कमीशन देना पड़ेगा, और पता चला है कि मामले मे जिसने कहना नही माना उन सभी पंचायत सचिवो के खिलाफ जनहित मे स्थानांतरण आवश्यक वाला जिपं सीईओ के नाम अनुशंसा पत्र डोंगरगढ़ विधायक के लेटर पैड मे वाट्सअप से पहुॅच गया हालाकि कथित लेटर पैड मे विधायक के हस्ताक्षर नही है लेकिन राजनांदगॉव जनपद के जुरलाखुर्द, खैरागढ़ जनपद के सलोनी, डोकराभाठा और कलकसा, छुईखदान के लंझियाटोला और नेवासपुर सहित डोंगरगढ़ जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत रीवागहन के पंचायत सचिव का स्थानांतरण प्रशासनिक आधार पर जनहित मे आवश्यक बताते हुए वायरल हुआ है और मामले मे खास बात यह है कि कि यह वही आठो पंचायत सचिव है जिन्होने आदर्श ग्राम विकास योजना तहत मिली राशि का काम देने से मना कर दिया, संबंधित पंचायत के सचिव सहित ग्रामीणो का भी कहना है कि डोंगरगढ़ विधायक पिता शोभाराम बघेल ने गॉव पहुॅचकर उनसे संपर्क किया, भ्रमण किया और काम अपने आदमी को देने कहा, ब्लाक के सलोनी, डोकराभाठा और कलकसा सरंपच सचिव ने मना किया तो उनके स्थानांतरण का अनुशंसा पत्र वायरल कर भरपूर दबाव बनाया और पता चला कि कलकसा पंचायत सरपंच, सचिव ने तो कारवाई के डर से हाथ ही उठा दिया और डोंगरगढ़ विधायक के आतिथ्य मे शुक्रवार 9 अक्टूबर को कार्यक्रम आयोजित कर भूमिपूजन भी करा दिया।
जनवरी महीने मे कलेक्टर शाखा आदिम जाति कल्याण विभाग से जनपद को पत्र मिला जिसमे प्रमं आदर्श ग्राम योजना तहत ब्लाक के 6 गाव छछानपहरी, तुलसीपुर, डोकराभाठा, घोटिया, केकराजबोड़ और कलकसा मे बिजली, पानी, सडक़, नाली, तालाब, गार्डन, कचरा संग्रहण जैसे ग्राम विकास और लोगो की मूलभुत सुविधाओ मे विस्तार को लेकर तय प्रपत्र अनुसार कार्ययोजना तैयार कर भेजने कहा जिस पर जनपद पंचायत द्वारा स्थल निरीक्षण सहित अनुमानित व्यय की जानकारी लगभग 40-40 लाख भेजा, 23 सितंबर को संबंधित कार्यस्थल का नक्शा, पंचायत प्रस्ताव की मांग की गई ठीक उसके एक दिन बाद अनुमानित राशि का 40 प्रतिशत लगभग 16 लाख रूपए आने की जानकारी दी गई और तबसे काम हथियाने कांग्रेसी नेताओ की दौड़मभाग शुरू हो गई, मामले मे डोंगरगढ़ विधायक पिता भी कूद पड़े और राजनांदगॉव जनपद के निर्वाचित सदस्य को काम दिलाने संबंधित पंचायतो मे सरंपच सचिव को पहले दस फीसदी का लालच और बाद मे काम नही देने पर बीस फीसदी कमीशन की धमकी पर उतर गए, इतने मे भी जब सरपंच सचिव ठस से मस नही हुए तो विधायक बेटे के लेटर पैड मे सचिवो का स्थानांतरण संबंधी लेटर वायरल करा दिया। पता चला कि उक्त लेटर पैड विधायक पिता के करीबी ने विधायक कार्यालय से टाईप कराया है, बकायदा जावक क्रमांक और दिनांक भी डाला है लेकिन विधायक को इसकी जानकारी नही है तभी तो सामने का पृष्ठ वायरल हुआ है नीचे उस जगह पर जहॉ विधायक के हस्ताक्षर होने चाहिए थे वो नजर नही आ रहा। वही विधायक पिता के कारनामो की पूरी कहानी पंचायत सचिवो ने आडियो मे स्वीकार किया है जिसमे काम के बदले दस फीसदी कमीशन, काम नही मिला तो बीस फीसदी कमीशन मांगने की की बात सामने आ रही है।