खैरागढ़। मेशर्स कांति कृषि केंद्र धरमपुरा को जारी हुवा नोटिस..
▪️ यूरिया खाद के वसूले जा रहे मनमर्जी कीमत , अन्नदाता हो रहे परेशान।
▪️खाद के सैंपल की होनी चाहिए जांच , दुकानों के लाइसेंस किये जाए निरस्त।
नितिन कुमार भांडेकर―
खैरागढ़। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद यूरिया, डीएपी खाद की कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है। खाद विक्रेताओं ने आपस में यूनियन बनाकर किसानों को वास्तविक कीमत से अधिक कीमत पर यूरिया , डीएपी खाद धड़ल्ले से बेचना शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं इस सबन्ध में जब किसान संबंधित अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराने पहुंचते हैं तो अधिकारियों के द्वारा सिर्फ खानापूर्ति किया जाता है। सुनवाई के नाम पर सिर्फ नोटिस जारी कर जवाब तलब कर दिया जाता है।
ऐसा ही एक मामला खैरागढ़ धरमपुरा में स्थित मेशर्स कांति कृषि केंद्र का देखने को मिला है जहाँ पर किसानों को अधिक मूल्य पर उर्वरक विक्रय करने की शिकायत मालूद के एक किसान आशीष साहू द्वारा कृषि विभाग खैरागढ़ के अधिकारी से किया है। शिकायतकर्ता ने शिकायत पत्र में बताया है कि 265 में मिलने वाली यूरिया खाद को 400 रुपये से अधिक कीमत पर विक्रय किया जा रहा है। जिसका कच्चा बिल कांति कृषि के दुकानदार द्वारा दिया जा रहा है। इनके द्वारा खैरागढ़ में जमकर खाद की कालाबाजारी किया जा रहा है। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
कालाबाजारी का खेल विक्रेताओं द्वारा बेखोफ होकर किया जा रहा है। विक्रेता किसानों को 400, 1600, रुपये में बिक्री करके कालाबाजारी कर रहे हैं। जबकि शासन की ओर से यूरिया लगभग 50 किग्रा वजन की बोरी 265 रुपये में निर्धारित की गई है। यही बोरी दुकानदार को इससे कम कीमत में मिलती है। मगर किसानों को पूरे खैरागढ़ तहसील में ठगा जा रहा है। किसानों को लूटने के लिए खाद के थोक विक्रेताओं ने एक रणनीति के तहत यहां योजना बना ली है।
विक्रेता यूरिया खाद की किसानों को अधिक मूल्य में विक्रय कर रहे हैं। ऐसे में किसानों से विक्रेता निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर खाद बिक्री खुलेआम कर रहे हैं। इतना ही नहीं अगर कोई किसान रसीद मांगता है तो उसे देने से साफ मना कर दिया जाता है।
▪️किसान का वीडियो हो रहा वायरल―
मेशर्स कांति कृषि विक्रेता द्वारा किसानों को अधिक मूल्य में खाद विक्रय किये जाने का खुलासा मालूद के एक किसान ने मीडिया के माध्यम से जारी वीडियो में खुलासा किया है। वीडियो न्यूज़ के वायरल होते ही सभी निजी कृषि दुकानों में हड़कंप सा मच गया है। वीडियो में किसान द्वारा कहा गया है कि कांति कृषि दुकान विक्रेता द्वारा मुझे यूरिया , डीएपी खाद को निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत पर विक्रय किया गया है , जिसका मुझे कच्चा रसीद दिया है।
कृषि अधिकारी खैरागढ़ नायक―
किसान द्वारा शिकायत किया गया है जिस पर सबंधित कृषि विभाग के अधिकारी द्वारा खाद विक्रेता को नोटिस जारी कर , तीन दिवस के भीतर जवाब मांगा गया है। अधिक कीमत में खाद अगर कोई दुकानदार बेचता है तो वह अपराध की श्रेणी में आता है। उनके खिलाफ नियमतः कार्रवाई की जाएगी।