▪️खैरागढ़ कलेक्टर कार्यालय की सुरक्षा में हुई बड़ी चूक……
▪️जिला प्रभारी सचिव महादेव कावरे का इरादतन घेराव करने की रची गयी थी साजिश।
▪️जिला कार्यालय में अनाधिकृत ढंग से सैकड़ों ने किया था प्रवेश।
▪️कलेक्ट्रेट परिसर में लोगों ने जमकर किया नारेबाजी व मचाया जोरदार हंगामा।
नीतिन भांडेकर:―
खैरागढ़। जिला कलेक्टर कार्यालय खैरागढ़ मुख्यालय में बीते दिन जिला प्रभारी सचिव महादेव कावरे का इरादतन घेराव करने की साजिश करते हुए बिना पूर्व सूचना दिये कुछ जनप्रतिनिधियों सहित लगभग साठ-सत्तर लोगों के द्वारा अनाधिकृत तरीके से प्रवेश कर जिला कार्यालय परिसर के अंदर शोरगुल करते हुए जोरदार नारेबाजी के साथ हंगामा कर दिया गया ।
गौरतलब है कि यह वाकया उस वख्त हो रहा था जिस समय जिले के प्रभारी सचिव महादेव कावरे द्वारा जिला कार्यालय सभा कक्ष में जिले के समस्त विभागीय अधिकारियो की बैठक लेकर जिले में चल रहे विकास कार्यो व विभिन्न विभागों में अधिकारी कर्मचारियों की आवश्यकता के सम्बन्ध में समीक्षा की जा रही थी। साथ ही छत्तीसगढ़ एवं केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के सबन्ध में समीक्षा की जा रही थी।
▪️नारेबाजी एवं हंगामे से गूंज उठा था कलेक्ट्रेट परिसर। वहीं आमजन को आने जाने में हो रही थी समस्या …
कावरे द्वारा प्रथम समीक्षा बैठक लिया जा रहा था। निरंतर समीक्षा बैठक में नारेबाजी के कारण उतपन्न हो रहे व्यवधान को देखते हुए कार्यालय परिसर में नारेबाजी की आवाज सुनकर जिला कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा के द्वारा तत्काल निर्देश देते हुए समीक्षा बैठक से ही खैरागढ़ एसडीएम टंकेश्वर प्रासद साहू को बाहर जाकर लोगों को शांत करने हेतु निर्देश दिया गया। कलेक्टर के निर्देश पाकर खैरागढ़ एसडीएम द्वारा बैठक से बाहर आकर परिसर में नारेबाजी कर रहे व हंगामा कर रहे लोगों को शांत रहने एवं उनके हंगामा का प्रयोजन पूछते हुए उन्हें शांत रहते हुए थोड़ा रुकने हेतु समझाइस दीया गया। जिस पर हंगामा कर रहे लोगों ने एसडीएम खैरागढ़ की एक न सुनी और पुनः सीमेंट फैक्टरी खुलने के विरोध जताते हुए जिला कार्यालय परिसर के अंदर जमकर नारेबाजी करते हुए हंगामा मचाना शुरू कर दिया।
▪️जिला कलेक्ट्रेट से सूचना मिलने पर पहुंची खैरागढ़ पुलिस ―
जिला कलेक्ट्रेट का पूरी तरह से घेराव कर चुके लोग जिला परिसर के अंदर प्रवेश कर जमकर नारेबाजी एवं धरना देकर हंगामा कर रहे थे । आनन फानन में खैरागढ़ थाना एवं जिला पुलिस बल जिला कार्यालय पहुंचकर सुरक्षा घेरा में लिया गया किंतु कलेक्ट्रेट परिसर में घेराव करने वालों को बाहर नहीं धकेल पाई, लिहाजा हर एक दो घण्टे के अंतराल में 4 बजे तक जिला कलेक्टर कार्यालय में नारेबाजी एवं धरना प्रदर्शन सहित हंगामा होते रहा।
▪️क्या है पूरा मामला :―
जिला कलेक्टर कार्यालय में चल रही समीक्षा बैठक के शासकीय कार्य में अवरोध उतपन्न बार बार हो रहा था। एसडीएम खैरागढ़ टंकेश्वर प्रसाद साहू द्वारा संबंधित लोगों को समझाइश दी गई कि अभी प्रभारी सचिव महोदय जिले की समीक्षा बैठक ले रहे हैं कलेक्टर साहब बाद में मिलेंगे। विनम्रता पूर्वक समझाइश देने के बाद वे वहां से चले गये। लेकिन बैठक के बाद जब प्रभारी सचिव महोदय कार्यालय से निकलने लगे तो पुनः सभी लोग कार्यालय की मुख्य द्वार पर एकत्रित हो गये और इरादतन घेराव करने का प्रयास करने लगे। एसडीएम खैरागढ़ द्वारा नारेबाजी कर रहे लोगों को पुनः समझाइश दिया कि कलेक्टर महोदय कोर्ट में मामला देखने के बाद उनकी समस्याओं से अवगत होंगे। प्रशासनिक अधिकारियों के समझाईश के बाद शांत होकर वापस चले गए थे, लेेकिन इस बार अधिकारियों के वापस जाते ही फिर से जिला कार्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार पर रास्ता रोककर बैठ गए और जिला प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करने लगे। जिससे शासकीय कामकाज में बाधा पहुंच रहा था। साथ ही आम जनता को आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।
▪️जिला कार्यालय अधीक्षक ने खैरागढ़ थाना में किया शिकायत …. IPC की धारा 147, 186, 341 के तहत अपराध दर्ज― जिला कलेक्टर कार्यालय के अधीक्षक के द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के ग्राम विचारपुर, पण्डरिया एवं सण्डी के किसानों द्वारा संबंधित ग्राम के सरपंचों के निर्देशानुक्रम में बिना किसी पूर्व सूचना के जिला कार्यालय में अनाधिकृत प्रवेश कर कार्यालय अंदर नारेबाजी करने कलेक्टर कार्यालय के परिसर में अनधिकृत तरीके से प्रवेश कर नारेबाजी कर धरना प्रदर्शन कर हंगामा करने के सबन्ध में खैरागढ़ थाने में ग्राम विचारपुर के बिरेन्द्र जंघेल, श्रवण जंघेल, नोहर जंघेल, नारायण जंघेल, ग्राम सण्डी के खेलन वर्मा, प्रहलाद वर्मा एवं ग्राम बुंदेली के बाल मुकुंद शर्मा तथा ग्राम पण्डरिया के ज्योति जंघेल एवं अन्य के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने के कारण संबंधितों के विरूद्ध तत्काल वैधानिक कार्यवाही करने की शिकायत दर्ज कवाया गया है।
▪️क्या है नियम :― छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा पूर्व में ही पत्र जारी करते हुए अधिसूचना जारी किया जा चुका की बिना अनुमति एवं सूचना के किसी भी तरह की रैली , धरना प्रदर्शन , नारेबाजी करना अपराध माना जायेगा। गौरतलब है कि जिला खैरागढ़ में धरना स्थल चिन्हित किया गया है जिस पर विधिवत अनुमति लेकर अपनी बात प्रशासन को नियमतः पहुंचाया जा सकता है। किंतु इरादतन प्रभारी सचिव के प्रथम आगमन पर साजिश रचते हुए कलेक्टर कार्यालय परिसर के अंदर प्रवेश करते हुए नारेबाजी , धरना प्रदर्शन , कर हंगामा करना सोची समझी साजिश की बू आ रही है।