
◼️नगर में एक शख्स ऐसा भी है जिसके बारे में आपको जानना जरूरी है…… इनके जज्बे को सलाम।
खैरागढ़। नगर में एक शख्स ऐसा भी है जिसके बारे में आप सबको जानना जरूरी है……मैं इनके जज्बे को दिल से सलाम करता हूँ , जब आप सभी नगर वाशी इनके बारे में जानेंगे तो आप भी इन पर काफी गर्व करेंगे कि आपके नगर में भी एक ऐसा सेवा भावी समर्पित सपूत है जो अपने क्षेत्र में निश्वार्थ भाव से बिना डरे पूरे संक्रमण काल में अपनी जान हथेली में रख कर जरुरतमंद की सहायता कर रहा है। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों से आये संक्रमित मरीज जो जान-पहचान के हों या अपरिचित हों उनकी हर संभव मदद ये कर रहे हैं।
आपको बता दूं वो शख्स और कोई नहीं देश के प्रतिष्ठित दैनिक अखबार नवभारत के खैरागढ़ प्रांतीय समाचार प्रभारी संकलक , पत्रकार श्री अनुराग शांति तुर्रे जी हैं इनके बारे में मैं जहाँ तक जानता हूँ ये सरल , शौम्य , तथा भगवान बुद्ध के मार्ग पर चलने वाले नगर के तेजतर्रार कलमकार , नेता , प्रवक्ता , कवि , शायर , लेखक , गायक , गीतकार , हैं। जो हिंदी भाषा के साहित्य में बेजोड़ पकड़ रखने वाले बहुमुखी प्रतिभा हैं ।
साथ ही साथ इनकी सामाजिक संस्था शांतिदूत भी है जो दिव्यांग , गरीब , बेसहारा , लोगों के स्वास्थ्य , शिक्षा , भोजन , की मदद के लिए तत्पर रहती है। आइए इनसे जुड़े एक वाक्या आप नगर वाशियों को सुनाता हूँ….. मैंने इन्हें पिछले महीने सुबह सुबह फोन किया कि, अनुराग भाई एक समस्या है! सिंगारघाट का एक कोविड संक्रमित युवक है जो मेरा मित्र है। जिसका ऑक्सीजन लेवल पिछले कई दिनों से बहुत कम है , बुखार , खाँसी , हाथ पैर में काफी दर्द है जिससे परिवार जन डरे हुए हैं। उनके घर वाले बेहद परेशान हैं क्योंकि उनकी पत्नी भी संक्रमित है जो होम आइसोलेटेड है। फिलहाल उसे खैरागढ़ के कोविड केयर सेंटर में भर्ती करवा दिया गया है । उनके बेहतर उपचार के लिए हम क्या कर सकते हैं । आप इनकी सहायता कीजिये । मेरी पूरी बात सुनते ही कहा कि मैं बात करता हूँ। उनको बोलो की परेशान न हो सब ठीक हो जाएगा नितिन भाई। जिसके तुरन्त बाद अनुराग भाई ने खैरागढ़ SDM को फोन के माध्यम से पूरे मामले की जानकारी दी । जिस पर खैरागढ़ अनुविभागीय अधिकारी द्वारा जिला कलेक्टर राजनांदगांव को मरीज की गंभीरता की जानकारी दी गई । सर्वसुविधा युक्त राजनांदगांव पेंड्री मेडिकल कॉलेज में बेड मरीजों से पूरी तरह फुल था। जिसके बाउजूद जिला कलेक्टर सर ने मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए वेंटिलेटर बेड की व्यवस्था करवाई जहां ईश्वर निषाद को तत्काल भर्ती करवाया गया जहां पर उनका हर संभव ईलाज किया गया जिसके परिणाम स्वरूप आज वह युवक स्वस्थ्य होकर अपने घर पर है। अनुराग भाई से जुड़ी किस्से और वाक्या तो बहुत से हैं पर एक और किस्सा आपको सुनाता हूँ। नगर के कई प्रतिभाशाली आज हमारे बीच में नहीं हैं ऐसे में जब उनको शोक की खबर मिलती थी तो बिना हिचक के परिवार जन से मिलकर उन्हें ढाढस देने आज भी चले जाते हैं। अस्पतालों से शव को मुक्तिधाम तक लाने हेतु शववाहन की व्यवस्था , यहाँ तक मृतक की जानकारी प्रशासन को देकर उनके शव अस्पताल लाने विभागीय अधिकारियों से जल्द से जल्द पत्र जारी करवाना । मैं मृतकों का नाम नहीं लेना चाहता पर मैं झूठी तारीफ नहीं करता क्योंकि मैं अनुराग भाई के कार्यों का प्रत्यक्ष दर्शी हूँ।
मैं जानता हूँ की आज भी रात दीन भाग दौड़ कर ये रात के दो बजे – तीन बजे भी किसी न किसी की मदद करते रहते हैं। सुबह जब भी मैं इनसे मिलता हूँ तो इनकी आंखे बताती है कि ये आज फिर ये सोये नहीं हैं। कोरोना के विपरीत समय के बाउजूद भी इन्होंने तटस्थ और साकारात्मक समाचार संकलन कर पत्रकारिता की, शांतिदूत और कांग्रेस पार्टी के बैनर तले जरूरतमंद लोगों की हर संभव मदद की, पीड़ितों , दिव्यांगजनों को भोजन और अन्य रशद सामाग्री देते हुते कई बीमार मरीजों को अस्पताल में ले जाकर उपचार के लिये भर्ती भी करवाया यहाँ तक के इंजेक्शन, दवाई, ऑक्सीजन आदि की व्यवस्था भी करवाई, साथ ही साथ डॉक्टरों के साथ खबर संकलन हेतु प्रशासन की व्यवस्था तथा मरीजों को दी जा रही सुविधा का जायजा लेने कोविड केयर सेंटर भी पहुंच गए , कोविड संक्रमण से दुनियाँ छोड़कर चले जाने वाले अपने प्रियजनों सहित कई पहचान वालों तथा अपरिचितों की भी इन्होंने सहयोग कर यथासंभव व्यवस्था की। अनुराग भाई और इनके जैसे कई पत्रकार पूरी ईमानदारी से इस लड़ाई में अपना योगदान दे रहे हैं, ये अलग बात है सरकार उन्हें टीके की पात्रता उस वख्त नहीं दे रही थी। वो तो आज शाम को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री जी ने हम पत्रकार बन्धुओं को प्राथमिकता दी है।
पर कोई बात नहीं जब आज सरकार ने 18+ का मौका दिया है, तो इन्होंने भी टीका लगवाया ।
खैर “देर आये-दुरुस्त आये” आप सबसे , अनुराग भाई एवं सियासत राजनीति न्यूज़ की तरफ से विनम्र निवेदन है की जब भी आपका नंबर आये तो कृपया आप सभी कोरोना का टीका जरूर लगवाएं और अपने सभी परिचितों को भी टीका लगवाने प्रेरित करें।